नरेन्द्र कुमार,
नईं दिल्ली: दिल्ली पंचायत संघ दिल्ली प्रदेश की पंच प्रमुखों की पंचायत में दिल्ली जंतर मंतर के धरने पर दिल्ली के 360 गांवों को लेकर जो धरने, प्रदर्शन व महापंचायत की राजनीति रूप से घोषणा करना गोपाल राय अध्यक्ष आम आदमी पार्टी व दिल्ली सरकार में मंत्री द्वारा के खिलाफ रोष प्रकट किया।
पंचायत संघ प्रमुख थान सिंह यादव ने कहा कि गांव वालों से एमसीडी तमाम टैक्स व चार्ज वसूल कर रहा है, लेकिन गांवों के ले-आउट प्लान तैयार नहीं कर रहे है। वहीं दिल्ली के 130 गांवों की लाल डोरा, विस्तारित लाल डोरा आबादी की 244 फाइलें वर्ष 2013 से दिल्ली सरकार के शहरी विकास विभाग में धूल चाट रही है। यह फाइलें दिल्ली सरकार की कार्रवाई का इंतजार कर रही है इसी से पता चलता है कि गांवों की चौतरफा अनदेखी की जा रही है। इस पर इनका ध्यान नहीं होता।
पंचायत संघ प्रमुख थान सिंह यादव व 360 गांवों की सर्व खाप की तरफ से सुरेश शौकीन ने कहा कि हमने इनको दिल्ली के गांवों को दिल्ली नगर निगम के हाउस टैक्स,पार्किंग चार्ज, कन्वर्जन चार्ज से मुक्त कराने व भवन उप नियम से गांवों को बाहर कराने और व्यवसायिक श्रेणी में रखने के लिए दिल्ली नगर निगम मुख्यालय पर धरने में आमंत्रित किया था। लेकिन इनका कोई जवाब नहीं मिला। और ना ही इनकी गांवो की समस्याओं का समाधान कराने में रुचि नजर आई पंचायत संघ ने एक सांकेतिक धरना जंतर मंतर पर रखा था कि सभी पार्टियां हमारी दिल्ली के गांवों की 18 सूत्री मांगों को अपने अपने घोषणापत्र में शामिल करें। लेकिन इनका फिर भी दिल्ली के 360 गांवों की गंभीर समस्याओं की तरफ नहीं गया।
पंचायत संघ प्रमुख थान सिंह यादव व सह प्रमुख सुनील शर्मा ने कहा कि हम जल्द ही इनके खिलाफ आंदोलन करेंगे कि वे हमारी खाप पंचायतों वे दिल्ली के गांवों को अपने राजनीति में ना रखें। गांवों की गम्भीर समस्याओं का समाधान कराएं। दिल्ली पंचायत संघ की पंचायत में निर्णय लिया है कि दिल्ली के गांवों व अनधिकृत कॉलोनियों की 18 सूत्री मांगों को लेकर महापंचायत बुलाई जाएगी, और इसमें सभी पार्टियों के प्रदेशाध्यक्षों व सभी सांसदों को भी आमंत्रित करेंगे ताकि इनकी कथनी व करनी का पता चले और ये सभी गांवों के प्रति कितने सचेत हैं। गांवों की गंभीर समस्याओं के लिए कितने कार्यरत है।