नरेन्द्र कुमार,
नई दिल्ली: 05 मई 23 को थाना पहाड़गंज और थाना नबी करीम के क्षेत्र में चल रहे बारों की औचक जाँच के लिए थाना पहाड़गंज और ऑपरेशन विंग की संयुक्त टीम द्वारा ऑपरेशन “विराम” के तहत एक विशेष अभियान चलाया गया ताकि अवैध रूप से लगे बारों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके। इसके लिए पुलिस कर्मियों को कई बारों में फर्जी ग्राहक बनाकर भेजा गया था।
कुछ बारों का दौरा करने के बाद, पुलिस कर्मियों ने खुद को फर्जी ग्राहकों के रूप में प्रस्तुत किया,और कुछ दूरी पर बाहर इंतजार कर रहे अन्य टीम के पुलिस कर्मियों को तुरंत सूचित किया कि “जेम्स बार”, पहाड़ गंज में बार गर्ल डांस का आयोजन किया जा रहा है। पुलिस टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए “जेम्स बार” में छापा मारा जहां 7 लड़कियों को नृत्य करते हुए पाया गया। और 5 ग्राहक थे जो डांस का आनंद ले रहे थे और लड़कियों पर नोट फेंक रहे थे। टीम ने तुरंत कमान संभाली और लड़कियों, ग्राहकों और बार के मालिक अखिलेश पाठक को पकड़ लिया।
नृत्य में लगी सभी लड़कियाँ बालिग थीं और दिहाड़ी पर काम करती थीं। वे विभिन्न राज्यों सिक्किम, पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा से थे। ग्राहक भी विभिन्न राज्यों से थे और वे व्यवसाय आदि के लिए दिल्ली में थे। तदनुसार, थाना पहाड़ गंज FIR दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू की गई और जांच शुरू की गई। और, बार मालिक, ग्राहकों और नृत्य गतिविधियों में लिप्त लड़कियों को पकड़ा गया।
पूछताछ से पता चला कि नृत्य नियमित रूप से छोटी अवधि के लिए किया जा रहा था और समय हर दिन बदलता रहता है। पुलिस कर्मियों पर नजर रखने के लिए निजी बाउंसरों को भी लगाया गया था। पुलिस छापे के मामले में बचने के लिए छत पर भागने का रास्ता भी था। लेकिन चूंकि पुलिस कर्मी पहले से ही बेस के अंदर फर्जी ग्राहकों के रूप में मौजूद थे, इसलिए उनका भागना सफल नहीं हो सका।
बार मालिक,अखिलेश पाठक, दिल्ली के तिलक नगर का निवासी हैं, लंबे समय से इस धंधे में है। वह दिल्ली में कुछ अन्य बार के मालिक हैं। उन्होंने बताया कि अन्य बार मालिकों की तरह उन्हें भी कोविड महामारी के कारण भारी आर्थिक नुकसान हुआ है. वित्तीय नुकसान से उबरने के लिए, वह बार में अधिक ग्राहक चाहते थे, जिसके लिए उन्होंने अपने बार में बार डांस आयोजित करने के विचार का इस्तेमाल किया।
आगे की जांच चल रही है।