नरेन्द्र कुमार,
नई दिल्ली: एआरएससी, क्राइम ब्रांच,की टीम ने अपहरणकर्ता रामतेज कनौजिया, को गिरफ्तार किया है, जिसने अपने साथियों के साथ खुद को साइबर क्राइम, चंडीगढ़ पुलिस का अधिकारी बताकर एक व्यक्ति का अपहरण कर लिया था व फिरौती की मांग की थी।
सूचना, हैडकांस्टेबल अभिनव त्यागी को गुप्त सूचना मिली कि थाना मंडावली, दिल्ली के सनसनीखेज अपहरण मामले में वांछित अपहरणकर्ता रामतेज कनौजिया, हरकेश नगर, दिल्ली में छिपा हुआ है। इस सूचना पर आरोपियों को पकड़ने के लिए तुरंत कार्रवाई करते हुए। डीसीपी अमित गोयल द्वारा एसीपी अरविंद कुमार की देखरेख में इंस्पेक्टर मंगेश त्यागी और इंस्पेक्टर रॉबिन त्यागी के नेतृत्व में एक टीम जिसमें एएसआई नीरज, हैडकांस्टेबल नवीन, हैडकांस्टेबल अमित, हैडकांस्टेबल इंद्रजीत और हैडकांस्टेबल अभिनव सहित टीम का गठन किया गया। उपरोक्त सूचना के अनुसार टीम द्वारा दिल्ली के हरकेश नगर, में जाल बिछाया गया और आरोपी रामतेज कनौजिया, को धरदबोचा।
पूछताछ के दौरान आरोपी रामतेज कनौजिया उम्र 30 वर्ष जनता जीवन कैंप ओखला दिल्ली निवासी रामतेज कनोजिया, ने दिल्ली के थाना मंडावली के एक मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकार की। उसने आगे खुलासा किया कि उसने अपने सहयोगियों के साथ पांडव नगर, दिल्ली से एक व्यक्ति का अपहरण किया था और अपहृत व्यक्ति के रिश्तेदारों से फिरौती की राशि वसूल की थी। फिरौती की रकम में से ₹ 2.5 लाख आरोपी रामतेज कनौजिया के बैंक खाते में मिले थे। इस सन्दर्भ में थाना मंडावली, दिल्ली में दर्ज की गई। और जांच के दौरान उसके अन्य साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया था लेकिन आरोपी रामतेज कनौजिया मामला दर्ज होने के बाद से ही अपनी गिरफ्तारी से बच रहा था। बाद में उसे इस मामले में उद्घोषित अपराधी घोषित कर दिया गया था।