नरेन्द्र कुमार,
नई दिल्ली: हरिद्वार। श्री देवोत्थान सेवा समिति (पंजी) के तत्वावधान में 21 वीं अस्थि कलश विसर्जन यात्रा बैंड-बाजो व महादेव के विशालकाय रथ के साथ करीब 150 श्रद्धालुओं के साथ शहीदी पार्क, आईटीओ से हरिद्वार के लिए रवाना हुई। गौरतलब है, कि इस बार यह यात्रा समिति की वरिष्ठ उपाध्यक्षा स्व.श्रीमती जूही नरेन्द्र धर्मपत्नी श्री अनिल नरेन्द्र की स्मृति में समर्पित की गई है।
स्वास्थ्य ठीक ना होने की वजह से समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अनिल नरेन्द्र ने पुष्प अर्पित कर महामंत्री एवं यात्रा संयोजक विजय शर्मा को इस बार की भी जिम्मेदारी सौंपी। श्री नरेन्द्र ने कहा, कि लगातार 21 वर्षों में हमारी टीम ने हिन्दुस्तान के अतिरिक्त पाकिस्तान व अन्य विदेशी शहरों से अस्थियां एकत्रित कर ना केवल इतिहास बनाया है, बल्कि अब तक कुल 1 लाख 55 हजार 216 अस्थि कलशो को वैदिक रीति के अनुसार अपने सभी सहयोगियों के साथ मां गंगा के आंचल में मोक्ष प्रदान करवाया है।
श्री शर्मा ने बताया, कि पुण्यदायी अभियान सेवा समिति के वरिष्ठ पदाधिकारी देवभूमि उत्तराखंड में यात्रा के प्रवेश करने पर नारसन गुरुकुल बार्डर पर स्वागत के लिए पहुंचेंगे और हरिद्वार में रात्रि विश्राम के बाद अगले दिन इन सभी अस्थि कलशो को 24 सितम्बर 2022 शनिवार को सुबह 9.30 बजे निष्काम सेवा ट्रस्ट, भूपतवाला से लेकर कनखल सतीघाट के लिए रवाना किया जाएगा, जहां दोपहर 1 बजे हमारी सहयोगी संस्था पुण्यदायी अभियान सेवा समिति के माध्यम से 100 किलो दूध की धारा के साथ विसर्जित किया जाएगा।
राजनेताओं व प्रशासनिक अधिकारियों ने पुष्पांजलि अर्पित कर यात्रा को रवाना किया। इस बार देवभूमि रुड़की से 55 अस्थि कलश व हिमाचल प्रदेश से पवन शर्मा “बंटी”के माध्यम से 168 अस्थि कलश भी समिति को प्राप्त हुए हैं। यात्रा संयोजक विजय शर्मा ने बताया, कि इस पूरे कार्य में संगठन मंत्री दीपक गुप्ता, प्रेस सैक्रेटरी सुश्री किरणदीप कौर डीके भार्गव, अशोक आहुजा, पंकज जैन, राजीव राणा, राजेन्द्र बसौया, महेंद्र गुप्ता, रमेश गुप्ता, परवीन खान, अतुल अग्रवाल, दीपक वत्स, राजा टक्कर, ध्रुव आंगरा, कृष्णा, तनिशा जैन
प्रेमगुलाटी, आर. एस. दुआ, कन्हैयालाल श्रीवास्तव, ज्योतिषाचार्य श्री विष्णु अवतार शास्त्री, दिनेश भारद्वाज, देवेन्द्र सिंह वर्मा, मेयर गौरव गोयल, मंगल सिंह, चन्द्रकान्ता बांटा, श्याम सिंह, धर्मपाल जाटव, सुमन कुमार गुप्ता, बालेश जैन, दयादत्त भारद्वाज, दीपक अग्रवाल, रामकिशन लोहिया, सुरेन्द्र शर्मा, धीनेद्र शर्मा, रमेश बजाज, सतीश गर्ग, मनोज कुमार जिंदल,वीर भाई रामनाथ लूथरा, पंकज लूथरा, सुरेश रुस्तगी, रामअवतार शर्मा, मनोज मेंदीरत्ता, पंकज आंगरा, शारदा प्रसाद गुप्ता, गोपाल वर्मा, नमन शर्मा, गोपाल शर्मा, सहित हरिद्वार से राजीव तुम्बडिया, उमेश कौशिक, टीना शर्मा, रवीन्द्र गोयल, अवनीश गोयल, सत्येन्द्र चौधरी, अजय अरोड़ा आदि का विशेष योगदान रहा।