नरेन्द्र कुमार,
नई दिल्ली: बाहरी जिला के डीसीपी हरेंद्र सिंह ने बताया की एंटी नारकोटिक्स स्क्वाड की टीम ने निहाल विहार क्षेत्र से एक नाइजीरियाई ड्रग सप्लायर को गिरफ्तार कर, हेरोइन जिसका (मूल्य लगभग .2.5 करोड़ अंतर्राष्ट्रीय बाजार में) पकड़े गए आरोपी के कब्जे से बरामद किया गया।
घटना, 07 अप्रैल 2023 को एंटी नारकोटिक्स स्क्वाड/ बाहरी जिले में एक अफ्रीकी मूल के व्यक्ति के संबंध में एक गुप्त सूचना प्राप्त हुई, जो शिव विहार, निलोठी एक्सटेंशन, निहाल विहार में अफ्रीकी किचन चला रहा है और अफ्रीकी किचन की आड़ में वह भारी मात्रा में ड्रग्स सप्लाई करता है।स्थानीय और दिल्ली/ एनसीआर के अन्य क्षेत्रों में। सूचना पर बताया गया कि रविवार को हेरोइन की सप्लाई के लिए दिल्ली के तिलक नगर जा रहे हैं।
गुप्त सूचना की प्रामाणिकता जाँच की गई और एक छापेमारी टीम जिसमें एएसआई राजेंद्र प्रसाद, हैडकांस्टेबल जय प्रकाश और हैडकांस्टेबल हरबंस सहित, इंस्पेक्टर सुशील कुमार के नेतृत्व में एंटी नारकोटिक्स स्क्वॉड का गठन किया। छापेमारी पुलिस टीम मौके पर पहुंचा और ड्रग सप्लायर को पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया। कुछ देर बाद अफ्रीकी मूल के संदिग्ध को एक चार मंजिला मकान से खाकी रंग का पेपर बैग लिए निकलते देखा गया। जैसे ही छापेमारी करने वाली टीम उसकी ओर बढ़ी, वह वापसी घूमा और जल्दी से घर लौटने की कोशिश के दौरान छापेमारी करने वाली टीम ने तेजी से कार्रवाई की और टीम ने उसे दबोच लिया।
पूछताछ में उसकी पहचान, ओकेके उग्वुओके एस/ओ उग्वुओके नाइजीरिया, उम्र 46 वर्षीय के रूप में हुई। इस बीच एसीपी ऑपरेशंस, बाहरी जिला भी मौके पर पहुंच गए। इसके बाद खाकी रंग के पेपर बैग की तलाशी ली गई तो बैग के अंदर पाउडर से भरे दो पॉलीथिन के पैकेट मिले।फील्ड टेस्टिंग किट से पाउडर की जांच की गई तो वह ‘हेरोइन’ निकली। तौलने पर हेरोइन का एक पैकेट 302 ग्राम और दूसरा पैकेट 708 ग्राम (कुल बरामदगी 1.01 किलोग्राम, जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगभग 2.5 करोड़ रुपये) पाई गई। बरामद 1.किलो, 10 ग्राम हेरोइन को सील कर जब्त कर लिया गया और आरोपी को गिरफ्तार कर, NDPS अधिनियम के तहत थाना निहाल विहार, दिल्ली में मामला दर्ज किया गया।
निरंतर पूछताछ के दौरान, आरोपी ने खुलासा किया कि वह जनवरी 2020 में 03 महीने के लिए मेडिकल वीजा पर भारत आया था। जब वह भारत आया, तो उसका दोस्त केनेचिकवु पहले से ही चंदर विहार में रह रहा था। केनेचिकवु ने उन्हें चंदर विहार में एक अफ्रीकी रसोई में नौकरी खोजने में मदद की। इन रसोई घरों में अफ्रीकी भोजन और पेय परोसे जाते हैं जहां अफ्रीकी इकट्ठा होते हैं। रसोई में काम करते-करते अफ्रीकियों को नशीले पदार्थ खरीदने/बेचने की जानकारी हो गई। बाद में उन्होंने मकान नंबर D- 110 पर ग्राउंड फ्लोर का फ्लैट किराए पर लिया, शिव विहार, निलोठी एक्सटेंशन। एक अफ्रीकी रसोई को स्वतंत्र रूप से संचालित करने के लिए।
उसने खुलासा किया कि कई नाइजीरियाई बहुत कम समय के लिए भारत आते हैं। वे भारत में हेरोइन की तस्करी करते हैं और दिल्ली-NCR में नशीली दवाओं के आपूर्तिकर्ताओं को वर्जित सामग्री सौंपने के बाद,वे जल्दी से नाइजीरिया लौट जाते हैं। उसके पास से बरामद मादक पदार्थ उसके द्वारा ‘उगोचुकवु’ नाम के एक नाइजीरियाई से खरीदा गया था, जो उससे तब मिला था जब वह पिछली अफ्रीकी रसोई में काम कर रहा था। वह अपने मेडिकल वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद से अवैध रूप से रह रहा है। पासपोर्ट की जांच से दूसरे वीजा चिपकाए जाने का पता चलता है लेकिन देश से आने-जाने की एंट्री न होने से यह फर्जी दस्तावेज लगता है जिसकी भी जांच की जाएगी।
मामले की आगे की जांच की जा रही है।