नरेन्द्र कुमार,
नई दिल्ली: इंस्पेक्टर गौरव चौधरी के नेतृत्व में सेंट्रल रेंज, क्राइम ब्रांच की एक टीम जिसमें एसआई यशपाल सिंह, एसआई ऋषि कुमार, एएसआई मुनव्वर खान, एएसआई अरुणपाल, हैडकांस्टेबल अंकुर और कांस्टेबल सोहनवीर सहित टीम गठन किया गया। पंकज अरोड़ा, एसीपी सेंट्रल रेंज, क्राइम, राकेश पावरिया, डीसीपी क्राइम और संजय भाटिया, एडिशनल आयुक्त, क्राइम के पर्यवेक्षण में एक ऑपरेशन चलाया और अवैध हथियारों के निर्माण की एक फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया, जो मेरठ, यूपी में चल रही थी।
गुप्त सूचना के आधार पर, इंस्पेक्टर गौरव चौधरी के नेतृत्व में सेंट्रल रेंज, क्राइम की एक टीम ने पंकज अरोड़ा, एसीपी सेंट्रल रेंज, राकेश पावरिया, डीसीपी क्राइम और संजय भाटिया, एडिशनल आयुक्त, क्राइम, दिल्ली के समग्र पर्यवेक्षण के तहत एक ऑपरेशन चलाया और एक व्यक्ति इकराम, मेरठ यूपी निवासी, उम्र 40 वर्ष को पकड़ा, जोकि कुछ अपराधियों को अवैध हथियार सप्लाई करने के लिए दिल्ली आया था। उसके कब्जे से दो देसी पिस्तौल और छह जिंदा कारतूस बरामद किए गए। आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
टीम द्वारा लगातार पूछताछ करने पर आरोपी इकराम ने बताया कि उसने मेरठ निवासी माशूक अली से हथियार खरीदे थे। आरोपी इकराम द्वारा बताए गए तथ्यों की आगे जांच की गई और उन्हें विकसित किया गया। तकनीकी निगरानी के आधार पर और आरोपी इकराम की निशानदेही पर टीम ने मेरठ शहर से माशूक अली को पकड़ने में सफलता प्राप्त की। पूछताछ के बाद उसे इस मामले में गिरफ्तार किया गया।
उससे लगातार पूछताछ की गई और उसकी निशानदेही पर टीम ने काशीराम कॉलोनी, मेरठ, यूपी में एक सुनसान फ्लैट पर छापा मारा, जहां उसने अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्री खोली हुई थी। वहां से 14 देसी पिस्तौल, 41 बैरल और अवैध हथियार बनाने में इस्तेमाल होने वाले 8 औजार बरामद किए गए। उसने यह भी कबूल किया कि उसने 80 से अधिक देसी पिस्तौलें बनाई हैं।
आरोपी का परिचय: •
आरोपी माशूक अली ने 10वीं कक्षा तक पढ़ाई की है। वह एक मोबाइल की दुकान चलाता है और पहले आर्म्स एक्ट, धोखाधड़ी/जालसाजी मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) अधिनियम, 2019 आदि के कई आपराधिक मामलों में शामिल रहा है।
आगे की जांच जारी है।