नरेन्द्र कुमार,
नई दिल्ली: इंडियन मीडिया वेलफेयर एसोसिएशन ने कुछ दिनों पहले डीडी न्यूज़ के वरिष्ठ पत्रकार गिरीश निशाना और उनके कैमरामैन अजय चोपड़ा सहित लाइटिंग असिस्टेंट आनंद कश्यप को जीबीएसएसएस (आरडीजेके) भजनपुरा, विद्यालय नम्बर- 1104150 के उप प्रधानाचार्य और अध्यापकों द्वारा बंधक बनाकर उनसे लूटपाट तथा मारपीट करके उनका कैमरा तोड़ने के खिलाफ दिल्ली विधानसभा पर आक्रोश प्रदर्शन किया।
“इम्वा” के सचिव विजय शर्मा का मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि यह सारा कांड उत्तरी पूर्वी दिल्ली की उप शिक्षा निदेशक रजिया बेगम के इशारों पर हुआ, इन्हीं के कहने पर शिक्षकों और पद प्रधानाचार्य ने मीडिया की टीम को बंधक बनाया और उनका कैमरा और मोबाइल छीनकर मारपीट कर कैमरा भी तोड़ा।
जिसे पीड़ित मीडिया कर्मियों ने तत्काल दिल्ली पुलिस के कंट्रोल रूम में कॉल किया तब कहीं जाकर पुलिसकर्मियों ने इन्हें मुक्त कराया। इस मामले की दिल्ली पुलिस ने एफ आई आर दर्ज तो कर ली परंतु दिल्ली सरकार द्वारा अभी तक उप शिक्षा निदेशक, प्रधानाचार्य, प्रधानाचार्य तथा अध्यापकों के खिलाफ कोई उचित कार्रवाई नहीं की।
मीडिया कर्मियों ने प्रदर्शन कर उपराज्यपाल दिल्ली और दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशक तथा सूचना एवं प्रचार निदेशक को ज्ञापन सौंपा। “इम्वा” ने ज्ञापन में मांग की है कि उप शिक्षा निदेशक, प्रधानाचार्य, उप प्रधानाचार्य और अध्यापकों निलंबित करें, साथ ही ज्ञापन में कहा है कि हमारे सभी पत्रकार बंधु ग्राउंड जीरो पर जाकर जनहित के कार्यो की कमियों और खूबियों को उजागर करते हैं, तो उसमें पुलिस, प्रशासन या असमाजिक तत्व क्यूं हमला करते हैं? क्या पत्रकारों को सुरक्षित रुप से पत्रकारिता करने का मापदंड अब इन सभी से सीखना पडेगा?
लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ के रुप में पहचान बनाए हुए पत्रकारों को अब अपनी कलम से सत्य लिखने के लिए पुलिस और प्रशासन की इजाजत लेनी पड़ेगी ? दिल्ली के सभी पत्रकारों को सुरक्षित पत्रकारिता करने के लिए अब माननीय उपराज्यपाल जी आपसे मांग है कि सभी पत्रकारों को सुरक्षित रखने और अपने पत्रकारिता के कार्य को सुचारू रूप से करने के लिए दिल्ली के पुलिस कमिश्नर व दिल्ली सरकार के चीफ सेक्रेटरी सहित अन्य सभी विभागाध्यक्षों को आदेश जारी करें कि यदि पत्रकारों के कार्यो में कोई भी बाधा उत्पन्न करता है, तो उनके खिलाफ भी सरकारी कार्य में बाधा जैसी धाराओं का प्रयोग कर मामला दर्ज किया जाए,साथ ही संबंधित विभाग के संबंधित अधिकारी को तुरंत निलंबित कर निष्पक्ष जांच कराई जाए।
इस प्रदर्शन में पत्रकार विजय शर्मा, शकील अहमद प्रवीन अर्शी, रविंदर कुमार, राजीव निशाना, सचिन, राजा, अमित मिश्रा, सैयद वाजिद सूफी, नरेन्द्र कुमार, केके गौतम, नसीम अहमद, शमा प्रवीन, डॉ उमेश पाल सहित काफी संख्या में पत्रकारों ने रोष प्रकट किया।