• Thu. Nov 21st, 2024

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री ने NDMC, विद्यालयों के वार्षिक विज्ञान मेले का किया उद्घाटन।

ByThe Dainik Khabar

Dec 5, 2023

नरेन्द्र कुमार,

नई दिल्ली: भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री डॉ.जितेंद्र सिंह ने नई दिल्ली के एनडीसीसी कन्वेंशन सेंटर,में नई दिल्ली नगरपालिका परिषद विद्यालयों के वार्षिक विज्ञान मेले का उद्घाटन किया।

विज्ञान मेले का उद्घाटन करने के बाद, केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री, जितेंद्र सिंह ने कहा कि युवा दिमाग विज्ञान और प्रौद्योगिकी और इनोवेशन के साथ भारत के भविष्य के विकास को आगे बढ़ाएंगे। आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में भारत की वैज्ञानिक क्षमता की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। डॉ.जितेंद्र सिंह ने यह भी कहा कि “हमारी सबसे बड़ी संपत्ति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, जिनकी न केवल विज्ञान के प्रति स्वाभाविक रुचि है,बल्कि वे विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी आधारित पहलों और परियोजनाओं को समर्थन और बढ़ावा देने में भी आगे आ रहे हैं।” इस अवसर पर पालिका परिषद के अध्यक्ष अमित यादव, उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय, सदस्य एनडीएमसी श्रीमती विशाखा शैलानी, अन्य वरिष्ठ अधिकारी, शिक्षक और अभिभावक भी उपस्थित थे।

नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) विद्यार्थियों की वैज्ञानिक रचनात्मकता को प्रदर्शित करने के लिए 05 से 6 दिसंबर, 2023 को सुबह 08:30 बजे से दोपहर 03 बजे तक एनडीसीसी कन्वेंशन सेंटर, जय सिंह रोड, नई दिल्ली में दो दिवसीय एनडीएमसी स्कूलों के वार्षिक विज्ञान मेले का आयोजन कर रही है इसमें अपने स्कूलों के उभरते वैज्ञानिकों द्वारा मॉडल और चार्ट के रूप में इस मेले का आयोजन किया गया है।

इस विज्ञान मेले का विषय “प्रौद्योगिकी और खिलौने” है। एनडीएमसी स्कूलों के अलावा इसमें इस वर्ष सेंट कोलंबस, सेंट थॉमस, मॉडर्न स्कूल, सरदार पटेल सहित कुछ पब्लिक स्कूल, नेशनल साइंस सेंटर, साइंस मैगजीन-साइंस रिपोर्टर और अविष्कार जैसी पत्रिकाएँ विज्ञान मेले में भाग लेने वालों में से है। विज्ञान खेल, प्रश्नोत्तरी, वाद- विवाद, स्वास्थ्य मेला, विज्ञान खिलौने आदि भी इस विज्ञान मेले के मुख्य आकर्षण हैं।

पालिका परिषद के इस विज्ञान मेले में 60 से अधिक मॉडल्स  प्रदर्शित किये गये है,जो भविष्य के वैज्ञानिकों के वैज्ञानिक स्वभाव, योग्यता और नवीन दिमाग को प्रदर्शित करते हैं। विज्ञान/गणित के आविष्कारी प्रदर्शन, पालिका टिंकरिंग लैब/अटल टिंकरिंग लैब के प्रदर्शन, और “विज्ञान के साथ मनोरंजन”, “चमत्कारों के पीछे का विज्ञान” पर छात्रों के लिए इंटरैक्टिव कार्यशालाएं और राष्ट्रीय विज्ञान केंद्र के साथ विज्ञान के चमत्कारों की खोज भी विज्ञान में शामिल किये गये हैं। मेले में विज्ञान पत्रिकाओं का प्रदर्शन और “डू इट योरसेल्फ” (डीआईवाई) जोन भी शामिल है। विज्ञान मेले की असाधारण विशेषताओं में से एक क्षेत्र के प्रमुख वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों के साथ “लाइव साइंस टॉक” भी किया जा रहा है।

एनडीएमसी की इस विज्ञान प्रदर्शनी का व्यापक लक्ष्य बच्चों को “आत्मनिर्भर भारत” के बारे में शिक्षित करना और “आजादी का अमृत महोत्सव” की शिक्षा में योगदान देना है। विशेष रूप से यह विशाल आयोजन महामारी के कारण तीन साल के अंतराल के बाद विज्ञान प्रदर्शनी की फिर से शुरुआत का प्रतीक है। विज्ञान मेलें  में डिजिटल इंडिया मिशन और राष्ट्रीय शिक्षा नीति में उल्लिखित उद्देश्यों पर भी प्रकाश डाला गया है।

यह विज्ञान प्रदर्शनी कार्यक्रम सभी स्कूलों के छात्रों, माता- पिता, अभिभावकों, शिक्षकों, स्कूल प्रशासकों और विज्ञान के प्रति उत्साही लोगों के लिए नि:शुल्क खुला है। एनडीएमसी जीवन के सभी क्षेत्रों से लोगो को एक साथ आने और युवा वैज्ञानिकों की प्रतिभा को देखने और स्थायी भविष्य के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का जश्न मनाने का आग्रह करता है। यह आयोजन सीखने और जुड़ाव के लिए एक अनूठा अवसर होने का वादा भी करता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

आपकी पसंदीदा खबरें