पिछले 5 सालों में सिर्फ दिल्ली एनसीआर ही नहीं बल्कि कई शहरों में घरों की कीमतों में खासा उछाल देखने को मिला है. रियल एस्टेट सर्वे कंपनी एनॉरॉक की हालिया रिपोर्ट में भी इस बात की पुष्टि हुई है. ये बढ़ोतरी सिर्फ दिल्ली एनसीआर ही नहीं बल्कि देश की बिजनेस कैपिटल कहे जाने वाली मुंबई में भी हुई है. कीमतों के बढ़ने का कारण मांग में बढ़ोतरी तो बताया ही जा रहा है, साथ ही इसके अन्य कारण भी हैं, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि कीमतें बढ़ने के बावजूद लगातार लोग मकानों की खरीदारी कर रहे हैं. कीमतें और मांग बढ़ने का क्या कारण हैं, आइए बताते हैं..
दिल्ली-एनसीआर और मुंबई में घरों के दामों में जोरदार बढ़ोतरी को लेकर एनरॉक की हालिया रिपोर्ट बताती है कि इन क्षेत्रों में रेजिडेंशियल प्रॉपर्टीज की कीमतें 50% तक बढ़ गई हैं. दरअसल, दिल्ली-एनसीआर में साल 2019 में जनवरी-जून के दौरान रेजिडेंशियल प्रॉपर्टीज की औसत कीमत 4,565 रुपये प्रति वर्ग फीट थी, जो 2024 में 49% बढ़कर 6,800 रुपये प्रति वर्ग फीट हो गई है. वहीं, मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन (MMR) में यह औसत कीमत 2019 में 10,610 रुपये प्रति वर्ग फीट थी, जो अब 48% बढ़कर 15,650 रुपये प्रति वर्ग फीट हो गई है.